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करौली शंकर के भक्तों द्वारा दल्ली में हुआ वृहत रुद्राभिषेक।

रमेश मित्तल नवभारत news 24 छत्तीसगढ़

बालोद जिला के अंतर्गत दल्ली राजहरा के गायत्री मंदिर परिसर में करौली शंकर महादेव धाम कानपुर के भक्तों के द्वारा जिला स्तरीय बृहद रुद्राभिषेक एवं संध्या आरती का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शंकर सेना के नेतृत्वकर्ता श्री विवेक रमन रायगढ़ के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 12:00 बजे भगवान भोलेनाथ और उनके परिवार, परम पूज्य गुरुदेव श्री राधा रमण मिश्र, कामरू माता कामाख्या, माता महाकाली और पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव के छाया चित्रों की स्थापना पूजा, माल्यार्पण, स्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. इसके पश्चात बृहद रुद्राभिषेक आरंभ किया गया. जो 03.00 बजे चला. 03.00 बजे से 04.00 बजे तक शिव परिवार, माता कामाख्या परम पूज्य गुरुदेव और माता महाकाली एवं पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव को विधिवत भोजन प्रसादी का भोग लगाया गया. भोग के पश्चात परम पूज्य गुरुदेव की आरती की गई, फिर माता कामाख्या की आरती तत्पश्चात समस्त भक्तों को भोजन प्रसादी का वितरण किया गया. भोजन के पश्चात दल्ली राजहरा के साथ रायगढ़ से आए रायपुर से दुर्ग – भिलाई राजनंदगांव एवं आसपास के क्षेत्र से आए सभी भक्तों का परिचय सम्मेलन का कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें करौली शंकर महादेव पूर्वज मुक्तिधाम के उद्देश्यों पर चर्चा हुई जिसमें दरबार रोग मुक्त भारत, शोक मुक्त भारत, भय मुक्त भारत, और भ्रम मुक्त भारत के उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी भक्तों को संकल्प दिलाया गया. दरबार चाहता है कि प्रत्येक व्यक्ति सभी प्रकार से स्वस्थ रहे, सभी प्रकार के आनंद उन्हें प्राप्त हो और ईश्वर की कृपा से वह मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर हो, इसके लिए आवश्यक है कि पूर्वजों की मुक्ति हो, पंचमहाभूत की शुद्ध हो, सभी प्रकार के शारीरिक, मानसिक, नकारात्मक स्मृतियां एवं देवी प्रकोप को जैसी विकराल समस्याओं का समाधान करौली शंकर महादेव पूर्वज मुक्ति धाम कानपुर में होता है यहां पर प्रतिदिन सैकड़ो भक्त अपनी आस्था श्रद्धा विश्वास से माता कामाख्या से प्रार्थना करते हैं और दरबार की नियमों का पालन कर अपने समस्याओं का समाधान बाधाओ से मुक्ति पाए हैं. यह दरबार शिव और शक्ति का संयुक्त दरबार है जहां पर आस्था विश्वास के आधार पर असाध्य रोगों का भी प्राचीन वैदिक चिकित्सा पद्धति से समाधान किया जाता है. इस दरबार में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का मुफ्त में वैदिक चिकित्सा पद्धति से निशुल्क उपचार किया जाता है तथा 14 वर्ष से कम के बच्चों का भी सभी प्रकार के असाध्य रोगों से मुक्ति हेतु हवन और संकल्प कराया जाता है यहां पर होने के लिए नमन पद्धति, एकदिवसीय हवन पद्धति, पदयात्रा और दंडवत यात्रा के माध्यम से आस्था विश्वास और भक्ति के आधार पर सभी प्रकार के समस्याओं से भारत ही नहीं भारत के बाहर यूरोपीय और अमेरिकी देश, खाड़ी के देश तथा भारत के आसपास के देश के नागरिक भी इस दरबार से लाभ प्राप्त किए हैं. यह अनुसंधान से युक्त दरबार है, यहां पर यूरोपीय और अमेरिकी लोग इस प्राचीन वैदिक चिकित्सा पद्धति पर अनुसंधान कर रहे हैं. यह पूरे संसार में इस तरह का अकेला स्थान है, जहाँ प्रत्येक पूर्णिमा में पंचमहाभूत की शुद्धि कर मंत्र की दीक्षा दी जाती है, प्रत्येक अमावस्या पर पूर्वजों की मुक्ति की जाती है और इस तरह से अच्छे पूर्वज अपने पूर्व अपने परिवार को आशीर्वाद देकर मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर होते हैं. यहां स्मृति चिकित्सा के द्वारा जन्म जन्मांतर के गंदी स्मृतियों का क्षण भर में निवारण किया जाता है और तनाव मुक्त होते हैं इस दरबार में नशा मुक्ति भी होती है.

इन्हीं सब विशेषताओं के कारण यह दरबार नित्य नए-नए शक्तियों से परिपूर्ण होकर मानव कल्याण के लिए दिन-रात कार्य कर रही है यह एक मात्र ऐसा दरबार है जिसे पहले जांचीये परखिए उसके बाद आप विश्वास कीजिये

इस वृहत रुद्राभिषेक में विवेक रमन, दुर्ग शंकर सेना अध्यक्ष श्री शिवपाल यादव, योगेश देवांगन विशाल रमन जिला राजनांदगांव शंकर सेना अध्यक्ष भावेश संरक्षक रमेश साहू और श्री चुनूराम विश्वकर्मा श्रीमती रेणुका, लता देवांगन छत्तीसगढ़ सेवा प्रमुख विजय मगेंद बालोद जिला शंकर सेना विजय साहू उपाध्यक्ष, राजेंद्र साहू और ध्रुव साहू संरक्षक, भुवनेश्वर विश्वकर्मा कोषाध्यक्ष, श्री चूड़ामणी साहू रामेश्वर साहू फ़गन साहू वीरेंद्र देशमुख लता साहू रमा मानिकपुरी सूरज साहू

Ramesh Mittal

Chief Editor, navabharatnews24.com

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