दुर्गा देवी, कृष्ण भगवान और रामचंद्र जी के जन्म का उद्देश्य है जगत का कल्याण हो।

रमेश मित्तल नवभारत news 24 छतीसगढ़
राजनांदगांव संस्कारधानी शीतला मंदिर चिखली में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत की कथा में पंडित अभिषेक कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि दुर्गा देवी, कृष्ण भगवान और रामचंद्र जी के जन्म के उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इन तीनों देवताओं का जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ था,दुर्गा देवी का जन्म महिषासुर नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था। महिषासुर एक शक्तिशाली राक्षस था जिसने देवताओं को परेशान किया था और उन्हें अपने अधीन करने की कोशिश की थी। दुर्गा देवी ने महिषासुर को युद्ध में हराया और उसे मार दिया कृष्ण भगवान का जन्म कंस नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था। कंस एक शक्तिशाली राक्षस था जिसने देवताओं को परेशान किया था और उन्हें अपने अधीन करने की कोशिश की थी। कृष्ण भगवान ने कंस को युद्ध में हराया और उसे मार दिया रामचंद्र जी का जन्म रावण नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था। रावण एक शक्तिशाली राक्षस था जिसने देवताओं को परेशान किया था और उन्हें अपने अधीन करने की कोशिश की थी। रामचंद्र जी ने रावण को युद्ध में हराया और उसे मार दिया अभिषेक कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि इन तीनों देवताओं का जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ था। उन्होंने कहा कि हमें इन देवताओं के जीवन से सीख लेनी चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
देवी भागवत की कथा के मुख्य बिंदु
– दुर्गा देवी, कृष्ण भगवान और रामचंद्र जी के जन्म का उद्देश्य है जगत का कल्याण हो।
– दुर्गा देवी का जन्म महिषासुर नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था।
– कृष्ण भगवान का जन्म कंस नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था।
– रामचंद्र जी का जन्म रावण नामक राक्षस को मारने के लिए हुआ था।
– इन तीनों देवताओं का जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ था।
देवी भागवत की कथा का महत्व
देवी भागवत की कथा एक प्राचीन और पवित्र ग्रंथ है जो देवी की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है। इस कथा को श्रवण करने से व्यक्ति भव से पार हो सकता है, क्योंकि बिना शक्ति के कोई व्यक्ति कार्य कर ही नहीं सकता।