संस्कारधानी राजनांदगांव में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन।

रमेश मित्तल नवभारत news 24 छतीसगढ़
राजनांदगांव/ संस्कारधानी राजनांदगांव के जुनी हटरी में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है, जिसमें पंडित अभिषेक कृष्ण शास्त्री ने श्रीमद् भागवत के प्रथम दिवस पर अपने व्याख्यान में कहा, “तन मन धन से भगवान की पूजा करनी चाहिए, जिससे तन पवित्र, मन पवित्र और धन पवित्र होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “इस संसार में व्यक्ति तन से, मन से और धन से ही दुखी रहता है। पैसे के बिना निर्धन दुखी होता है, और तृष्णा से धनवान भी सुखी नहीं होता।”
पंडित अभिषेक कृष्ण शास्त्री ने नारद जी महाराज के उदाहरण से यह भी कहा, “नारद जी महाराज ने पृथ्वी पर घूमकर देखा कि कोई भी सुखी नहीं है, केवल भगवान का दास ही सुखी है।”
उन्होंने आगे कहा, “भगवान की दो पत्नियां हैं – माया और भक्ति। माया से पूजा करने पर भगवान की माया प्राप्त होती है, और भक्ति से भगवान का ध्यान करने पर भगवान का अपार स्नेह प्राप्त होता है।”
इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे और उन्होंने पंडित अभिषेक कृष्ण शास्त्री के व्याख्यान को ध्यान से सुना।
दिनांक 1 तारीख से 7 तारीख तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है।