भारतीय मजदूर संघ का 8वां त्रैवार्षिक अधिवेशन दल्ली राजहरा में संपन्न हुआ
नवभारत news24/ रमेश मित्तल/ दल्लीराजहरा।भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी बताया कि विगत दिनों श्रमिक आंदोलनों के लिए प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ के बालोद जिले स्थित लौह अयस्क नगरी दल्ली राजहरा के ओपन एयर थिएटर में देश के सबसे बड़े श्रम संगठन भारतीय मजदूर संघ के छत्तीसगढ़ प्रदेश का आठवां त्रै-वार्षिक अधिवेशन भारतीय मजदूर संघ जिला बालोद और खदान मजदूर संघ भिलाई के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में केंद्रीय भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.सुरेन्द्रन , राष्ट्रिय मंत्री एवं सीएसीएलबी के अध्यक्ष सुरेंद्र पाण्डेय , भारतीय मजदूर संघ के मध्य क्षेत्र प्रभारी सुनील किरवई और राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। अधिवेशन का शुभारम्भ दिनांक 20.01.2024 को छत्तीसगढ़ भा.म.सं. अध्यक्ष श्रीमती शोभा सिंह द्वारा भा.म.सं. के ध्वजारोहण के साथ किया गया। मंच पर भारत माता, विश्वकर्मा भगवन एवं भा.म.सं. के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगरी जी के प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर एवं दीप-प्रज्वलन कर “भारत माता की जय” के नारे के साथ अधिवेशन का शुभारम्भ किया गया। उसके बाद कार्यक्रम में आये विशिष्ठ अतिथियों का सम्मान किया गया। सम्मान कार्यक्रम समाप्त होने के बाद खदान मजदूर संघ भिलाई के अध्यक्ष (केंद्रीय) एम.पी.सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को दल्ली राजहरा के इतिहास की संक्षिप्त जानकारी दी तथा केंद्रीय एवं प्रदेश भा.म.सं को इस कार्यक्रम हेतु दल्ली राजहरा इकाई को चुनने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को इस बात का आश्वासन दिया कि भारतीय मजदूर संघ हमेशा अपने नीति – “राष्ट्र हित, उद्योग हित, मजदूर हित” पर चलते हुए किसी भी गलत दवाब के सामने बिना झुके हुए कर्मी एवं श्रमिक हित के लिए सतत कार्य करता रहेगा।
इसके उपरान्त बी.सुरेन्द्रन , सुरेंद्र पांडेय , भा.म.सं. के प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती शोभा सिंह ने उपस्थित प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए भा.म.सं. के रीती-नीति की जानकारी देते हुए राष्ट्रिय एवं प्रदेश स्तर पर भा.म.सं. द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कर्मियों और श्रमिकों के हितार्थ किये गए कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए इस बात से आश्वस्त किया कि भविष्य में भी भा.म.सं. अपने रीती-नीति पर चलते हुए मजदूर हित के लिए अनवरत रूप से उस वक्त तक कार्य करता रहेगा जब तक कि समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ प्राप्त न हो और सभी व्यक्ति और उसका परिवार समाज में सम्मानजनक स्थिति प्राप्त न कर ले।
भोजन सत्र के उपरान्त कार्यक्रम में आये प्रतिभागियों, भा.म.सं. के स्थानीय सदस्यों एवं भा.म.सं से सम्बद्ध बालोद जिले में संचालित विभिन्न श्रम संगठनों के सदस्यों और पदाधिकारियों द्वारा विशाल रैली निकाली गयी जो कि ओपन एयर थिएटर से निकल कर नगर के विभिन्न मार्गों, एस.डी.एम ऑफिस के सामने से होते हुए श्रमवीर चौक, फव्वारा चौक, गुप्ता चौक, मैन रोड स्थित मार्केट से गुजरकर जैन भवन चौक पर आम सभा के रूप में समाप्त हुई। आम सभा में भा.म.सं. के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल बालोद जिला मंत्री मुस्ताक अहमद एवं भा.म.सं. के प्रदेश संगठन मंत्री योगेश दत्त मिश्रा ने उपस्थित जनों को अपने ओजस्वी भाषण से सम्बोधित करते हुए कहा कि आज विभिन्न उद्योगों में कार्यरत नियमित एवं ठेका श्रमिकों के हितों पर प्रबंधन द्वारा जो कुठाराघात किया जा रहा है भा.म.सं. उसका पुरजोर विरोध करता है। देश के सबसे बड़े एकीकृत और महारत्न की उपाधि के साथ नवाजे गए इस्पात उपक्रम सेल में प्रबंधन द्वारा लगातार कर्मियों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है। नियमित कर्मियों और ठेका श्रमिकों को देने के लिए प्रबंधन के पास पैसे नहीं हैं लेकिन कंपनी के उच्च अधिकारी लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त होकर कर्मियों के हिस्से के पैसे को अपना समझ कर गबन कर रहे हैं और सेल प्रबंधन चुप चाप मूक दर्शक बन कर देख रहा है। भा.म.सं. कर्मियों के साथ हो रहे इस अन्याय का न केवल मौखिक रूप से विरोध करता है बल्कि कई मामलों में प्रबंधन के विरुद्ध समुचित फोरम में भी इसकी शिकायत की है और जरुरत पड़ने पर माननीय न्यायलय में वाद दायर करते हुए कर्मियों के हितार्थ लड़ाई लड़ी है और सफलता भी हासिल की है। आगे भी भा.म.सं. देश एवं प्रदेश के किसी भी उद्योग में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनी लड़ाई अनवरत जारी रखेगा क्योंकि संघ का यह स्पष्ट मानना है कि भ्रष्टाचार के वजह से ही किसी भी उद्योग में कार्यरत नियमित एवं ठेका श्रमिकों को उनका वास्तविक हक़ नहीं मिल पाता है। भा.म.सं. सभी कर्मियों एवं आम जनों से यह अपील करता है कि किसी भी उद्योग में होने वाले भ्रष्टाचार को देखकर चुप न बैठें और उसकी जानकारी भा.म.सं. को देवें जिससे कि संघ उसके खिलाफ आवाज़ उठाकर कर्मियों को उनका वाजिब हक़ दिला सके।
अधिवेशन के दूसरे दिन राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर सिदार ने कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में उपस्थित प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए देश, उद्योग, समाज के विभिन्न आयामों एवं वर्तमान परिस्थिति में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के कर्मियों और मजदूर भाइयों / बहनों की समस्यायों से अवगत करते हुए उन समस्याओं के निराकरण हेतु भा.म.सं. द्वारा किये जाने वाले उपायों की जानकारी दी और उन्होंने सभी लोगों से यह आह्वान किया कि अपने आसपास हो रहे किसी भी तरह के अन्याय को देख कर मूक दर्शक न बनें बल्कि आगे आकर उसका विरोध करें और उसकी जानकारी संघ को भी देवें ताकि संघ भी उस समस्या के समाधान हेतु समुचित पहल कर सके।
बौद्धिक सत्र के उपरान्त छत्तीसगढ़ प्रदेश के पुराने कार्यकारिणी को भंग करते हुए आगामी तीन वर्षों के लिए नए कार्यकारिणी का गठन किया गया जो निम्नानुसार हैं –
अध्यक्ष – श्रीमती शोभा सिंह देव
कार्यकारी अध्यक्ष – नरोत्तम धृतलहरे, उपाध्यक्ष – शंखध्वनि बनाफर, श्रीमती सोनिया मरावी, रूद्र कुमार ताती, महामंत्री – दिनेश पांडेय, मंत्री – राजेश रजवाड़े, श्रीमती ऊषा साहू, विकास सिंह, वित्त सचिव -ओमप्रकाश पाल
नए कार्यकारिणी की गठन के उपरान्त नव निर्वाचित महामंत्री महोदय ने सभी नव-निर्वाचित सदस्यों को बधाई दी। उसके बाद नव-निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष ने अपने धन्यवाद ज्ञापन के साथ अधिवेशन की समाप्ति की घोषणा की।