लौह अयस्क समूह के 38 कर्मचारी के जीवन साथी- पत्नी को भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न उत्पादन स्थलों का भ्रमण “आप भी जानिए” कार्यक्रम के अंतर्गत कराया गया।

रमेश मित्तल नवभारत news 24 छतीसगढ़
दल्लीराजहरा/ भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों के सहयोग से सतत उत्पादन की ऊंचाइयों को प्राप्त करते हुए राष्ट्र का गौरवमयि संस्थान बना हुआ है ।इसमें कर्मचारी के परिवार की भी अप्रत्यक्ष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसी बिंदु को ध्यान में रखकर कार्मिक विभाग के द्वारा समय-समय पर कर्मचारी के परिवार को कर्मचारी के कार्य स्थल एवं कार्य के संबंध में अवगत कराने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता है इसी कड़ी में दिनांक 29 मार्च 2025 को लौह अयस्क समूह के 38 कर्मचारी के जीवन साथी- पत्नी को भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न उत्पादन स्थलों का भ्रमण “आप भी जानिए” कार्यक्रम के अंतर्गत कराया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राजहरा स्थित ट्रेनिंग सेंटर में श्री आर.बी.गहरवार मुख्य महाप्रबंधक- खान के द्वारा कर्मचारियों की जीवन संगीनियों को शुभकामना देकर सुबह 8:30 बजे भिलाई बस से भेजा गया भिलाई पहुंचने पर इस्पात संयंत्र के ट्रेनिंग सेंटर में कार्यपालक निदेशक खान श्री बी के गिरी एवं महाप्रबंधक खान श्री अजय कुमार तथा महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध श्री जे एन ठाकुर के द्वारा उनको कर्मचारियों के कार्य में सहयोग एवं मनोबल बढ़ाने हेतु धन्यवाद दिया एवं महिला शक्ति के कारण देश के विकास से जुड़े हुए हमारे संस्थान के कार्यों में अपने पति के द्वारा किए जाने वाले कार्यों में सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर प्लांट भ्रमण सुरक्षित तरीके से करने के लिए शुभकामनाएं दी ।
सुरक्षा विभाग के द्वारा प्लांट के विभिन्न स्थलों में भ्रमण के समय सुरक्षित तरीके से भ्रमण करने की सलाह एवं तरीके बताए गए ।आप भी जानिए के इस कार्यक्रम में कर्मचारी की जीवन साथियों को ब्लास्ट फर्नेस ,,स्टील मेल्टिंग शॉप, प्लेट मिल ,यूनिवर्सल रेल मिल का व्यापक भ्रमण कराया गया ।राजहरा कार्मिक विभाग के प्रमुख सहायक महाप्रबंधक श्री तुषार राय चौधरी एवं उप प्रबंधक श्री गिरीश कुमार मढरिया ने अपने उत्कृष्ट कार्यक्रम प्रबंधन से कार्यक्रम को सफल बनाया ।कार्यक्रम के दौरान कार्मिक विभाग के सहायक प्रबंधक श्री शैलेश पटनायक, श्री आनंद कुमार एवं अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी श्री रतीश मिश्रा एवं श्री संतराम साहू का विशेष योगदान रहा।