छत्तीसगढ़दल्लीराजहराबालोद

एसडीएम राजहरा सुरेश कुमार साहू की अध्यक्षता में एक त्रिपक्षीय बैठक एसडीएम कार्यालय राजहरा में हुई जिसमें सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद ओर डीएवी स्कूल के प्रतिनिधि,छात्रों के पालको के बीच हुई

नवभारत news 24/रमेश मित्तल/दल्लीराजहरा
राजहरा खदान समूह के सांसद प्रतिनिधि और भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज एस डी एम राजहरा सुरेश कुमार साहू की अध्यक्षता में एक त्रिपक्षीय बैठक एस डी एम कार्यालय राजहरा में हुई जिसमें सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद और डीएवी स्कूल के पालको ने शिकायत और मांग किया था कि डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन द्वारा बच्चों से दबाव पूर्वक फीस जमा करने के लिए आवेदन लिखवाया गया और बच्चों को फीस जमा न करने पर परीक्षा से वंचित करने और प्रवेश पत्र नहीं देने तथा गैर बीएसपी बच्चों से फीस नहीं लेने के लिए लिखित पत्र दिया गया था ईस संदर्भ में आयोजित बैठक में बीएसपी प्रबंधन की ओर से कार्मिक विभाग से जयसिंगबघेल, जौत कुमार और रतीश मिश्रा, डीएवी स्कूल से स्कूल की प्राचार्या अलका शर्मा और शिकायत कर्ता सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद, भारतीय मजदूर संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष एम पी सिंग, जिला उपाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ रामेश्वर साहू उपस्थित थे।
आज की बैठक में सर्वप्रथम एस डी एम सुरेश कुमार साहू ने बीएसपी प्रबंधन और डीएवी स्कूल प्रबंधन को सांसद प्रतिनिधि और पालको द्वारा की गई शिकायत पर अपना पक्ष रखने को कहा, जिस पर बीएसपी और स्कूल प्रबंधन ने बताया कि 04 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और उनसे ज़वाब लेने के बाद उचित कार्यवाही की जावेगी, जिसके जवाब में सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद ने कहा कि सभी शिक्षक जिनको कारण बताओ नोटिस दिया गया है उसकी प्रतिलिपि हमें भी उपलब्ध कराई जावे और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी इसको लिखित में दिया जावे और 04 शिक्षकों से माफी नामा लिया जावे। उसके बाद सांसद प्रतिनिधि मुश्ताक अहमद ने डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन द्वारा बच्चों से लिये जा रहे फीस की स्पष्ट जानकारी पालको नहीं देने की बात कही और कहा डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन सरकार और सीबीएससी के मापदंडों का पालन नहीं कर रही है। शासन का स्पष्ट निर्देश सभी अशासकीय स्कूलों के लिए बड़ा स्पष्ट है कि ट्यूशन फीस 10 महीने का ही लेना है जबकि डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन द्वारा डीएवी स्कूल के बच्चों से 12 माह का फीस लिया जा रहा है जो सरकार और सीबीएससी के नियमों का खुला उल्लंघन है, नियमों के अनुसार बच्चों से फीस जुलाई से अप्रैल तक 10 माह का ही लिया जाना है जिसके लिए सरकार द्वारा स्पष्ट आदेश जारी किया गया है। तत्पश्चात मुश्ताक अहमद ने एसडीएम सुरेश कुमार साहू को बताया कि इस डीएवी स्कूल को दल्ली राजहरा में बीएसपी द्वारा स्कूल संचालित करने के लिए एक अनुबंध किया है और यह अनुबंध स्टील एजुकेशन सोसायटी और डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी दिल्ली के मध्य हुआ है और उस अनुबंध में स्पष्ट रूप से यह पता चलता है कि डीएवी स्कूल पर पूरी तरह से बीएसपी प्रबंधन का आधिपत्य है और उसके ऐवज बीएसपी प्रबंधन द्वारा डीएवी स्कूल को एकमुश्त सालाना राशि का भुगतान करती है और साथ ही उनके स्टाफ के लिए क्वार्टर, मेडिकल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही है और साथ ही स्कूल बिल्डिंग का पूरा मरम्मत कार्य और स्कूल बिल्डिंग को सीबीएसई के मापदंडों के अनुरूप बनाकर देना है,मगर बीएसपी प्रबंधन द्वारा ईस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है डीएवी स्कूल की बिल्डिंग की स्थिति सरकारी स्कूलों से भी खराब है एक तरफ नगर के अन्य स्कूलों को देखो तो लगता है कि ये स्कूल बिल्डिंग है यहां बच्चे सुरक्षित तरीके से पढ़ाई करते होंगे मगर डीएवी स्कूल बिल्डिंग की स्थिति दिनों दिन और खराब होती जा रही है और ईन सबका एक ही कारण है कि डीएवी स्कूल के लिए जिम्मेदारी तय नहीं है सब खानापूर्ति करने में लगे हैं। प्रेक्टिकल लैब नहीं है जोकि शर्मनाक है। मुश्ताक अहमद ने डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन को स्कूल में बच्चों को सही तरीके से नहीं पढ़ाने की भी शिकायत की और जोर देकर कहा कि डीएवी स्कूल के कुछ शिक्षकों द्वारा बच्चों को स्कूल में पढ़ाया नहीं जाता है ब्लैक बोर्ड में लिखाया नहीं जाता है बच्चों को प्रश्नों के उत्तर के लिए लिंक भेजा जाता है और उन्हें मोबाइल से देखकर लिखने को कहा जाता है जोकि बहुत ही निंदनीय है साथ ही नवमी के बच्चे जो पहली बार कुछ नये विषयों को पढ रहे हैं उन्हें भी शिक्षकों द्वारा एक प्रश्न बता कर बाकी प्रश्नों के यूट्यूब से देखकर लिखने को कहा जाता है जोकि बहुत गैरजिम्मेदाराना रवैया है जिससे नवमी के बच्चों की नींव खराब हो रही है और बच्चे सिर्फ रट्टू तोता बनते जा रहे हैं ईस कारण बोर्ड परीक्षा में रिज्लट अच्छा नहीं आ रहा है और दूसरी तरफ बढ़ते हुए बच्चों को स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन हाथ में समय से पहले मोबाइल देकर उनका नैतिक पतन करने में भी लगीं हुई है जो कि राजहरा के पालको के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
फीस संबंध में जानकारी देते हुए मुश्ताक अहमद ने बताया कि पिछले दो सत्रों से सेल कारपोरेट दिल्ली द्वारा डीएवी स्कूल प्रबंधन को गैर बीएसपी बच्चों की फीस के लिए सी एस आर मद से करोड़ों रुपए का भुगतान कर रही है पिछले सत्र में डीएवी स्कूल प्रबंधन को 2-03 करोड़ का भुगतान किया गया था और ईस सत्र के लिए 2-70 करोड़ का प्रावधान रखा गया है जिसमें से 1-18 करोड का भुगतान 25-08-2023 को कर दिया गया है फिर भी उसके बाद डीएवी स्कूल प्रबंधन और बीएसपी प्रबंधन द्वारा गैर बीएसपी बच्चों से फीस लेना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। सांसद प्रतिनिधि ने स्कूल प्रबंधन से ईस सत्र और पिछले सत्र में गैर बीएसपी बच्चों से लिए गए फीस की जानकारी देने को कहा है जिससे पता चल सके कि कितनी राशि फीस से स्कूल को मिली है और सेल कारपोरेट द्वारा सी एस आर मद से गैर बीएसपी बच्चों की फीस के लिए दिया है जिससे पता चल जायेगा कि कितनी फीस लेना चाहिए था और कितना लिया गया है, साथ ही पीपुल्स फंड में लिये जा रहे फीस को किस मद में खर्च किया जा रहा है ईसकी जानकारी भी उपलब्ध कराने की मांग की है।और जब 2010 में डीएवी स्कूल राजहरा में शुरू हुआ था तब बीएसपी कर्मचारी के बच्चे अधिक थे और गैर बीएसपी बच्चों की संख्या कम थी और बीएसपी प्रबंधन द्वारा डीएवी स्कूल को भुगतन भी उसी अनुपात में करता था किंतु आज गैर बीएसपी बच्चों की संख्या अधिक लेकिन उसके बाद भी बीएसपी प्रबंधन द्वारा पुराने अनुपात से ही डीएवी स्कूल प्रबंधन को भुगतान कर रहा है।
बैठक के अंत में एसडीएम सुरेश कुमार साहू ने बीएसपी प्रबंधन और डीएवी स्कूल प्रबंधन को सारे जबाव लिखित में प्रस्तुत करने को कहा और कहा कि चूंकि आज डीएवी स्कूल एल एम सी के चेयरमैन व मुख्य महाप्रबंधक खदान बैठक में उपस्थित नहीं हुए थे इसलिए अगली बैठक में बीएसपी प्रबंधन और डीएवी स्कूल प्रबंधन सभी विषयों की संपूर्ण जानकारी लिखित में प्रस्तुत करें।

Ramesh Mittal

Chief Editor, navabharatnews24.com

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